भ्रांती#१यदि अंगदान के लिए मेरे द्वारा पूर्व में पंजियन कराया गया है,ऐसी स्थिति में कोई दुर्घटना होने पर मेरी उचित देखभाल नहीं की जायेगी ।
तथ्य : ऐसा कभी भी नहीं होगा। जीवन बचाना चिकित्सक समुदाय की जवाबदारी व सर्वोच्च प्राथमिकता है । केवल मृत्योपरांत ही अंगदान की उपयुक्तता को देखते हुए इस संबंध में निर्णय लिया जाता है । वैसे भी बिमारी या दुर्घटना का ईलाज कर रही चिकित्सकों की टीम,अंग प्रत्यारोपण करने वाली चिकित्सकों की टीम से भिन्न रहती है ।
भ्रांती#२मेरे विचार से अंगदान के लिए मेरी उम्र काफ़ी कम है ।
तथ्य :अंगदान के लिए उपयुक्त अंग अधिकतर आकस्मिक बिमारियों के अथवा दुर्घटनावश मृत व्यक्तियों के रहते है ।यदि जीवनकाल मेंउनकी अंगदान संबंधित इच्छा का निकट संबंधियों को ज्ञान नहीं है तब मृत्योपरांत ये जानना और भी कठिन हो जाता है । अत: अंगदान के लिए कोई भी उम्र कम नहीं है ।
भ्रांती #३मुझे इस बात की चिंता है कि यदि मैनें मृत्योपरांत किसी एक अंगदान के लिए पंजियन किया है,इसके बावजूद मेरे अन्य सारे अंग भी निकाल लिए जाएँगे
तथ्य : आप अंगदान पंजीकरण करवाते समय जिस अंग के दान करने इच्छुक हैं उसकी प्रविष्ठी कर सकते हैं । इसके अलावा प्रत्यारोपण हेतु कोई भी अंग निकालने के पूर्व आपके परिवारजनों की सहमति भी आवश्यक है ।
भ्रांती #४क्या धार्मिक मत के अनुसार एक व्यक्ति के अंग किसी दूसरे को प्रत्यारोपित किया जाना स्वीकारिए है ?
तथ्य : सारे धर्म दान और मिल बाँट कर जीवन जीने की प्रेरणा देतें हैं। वास्तव में हिन्दु,बुद्ध,ईसाई एवं अन्य धर्म अंगदान की भावना से सहमत हैं और इसे एक भलाई का कार्य मानते हैं ।
भ्रांती #५मेरी यह अवधारणा है कि अंग प्राप्तकर्ता या उसके परिवार के सदस्यों द्वारा मेरे परिवार के लिए आभार व्यक्त करनें उपरांत मेरे परिवार को अधिक मानसिक त्रास होगा
तथ्य : अंगदाता और अंग प्राप्तकर्ता दोनों की सूचनांए पूर्णत गोपनीयता रखी जाती है । अंगदाता का नाम,पता या अन्य कोई व्यक्तिगत विवरण की जानकारी नहीं प्रदान की जाती है । यद्यपि अंग प्राप्तकर्ता के स्वास्थ्य संबंधी सूचना का ब्यौरा अंगदाता के पारिवारिक सदस्यों को दी जा सकती है।
भ्रांती #६मैनें सुना है कि एक व्यक्ति जो किसी रात्रि भोज में सम्मिलित हुआ था,अगली सुबह वह एक बर्फ़ के टब में पाया गया और उसके गुर्दे कालाबाज़ारी के ज़रिए बिक्री के लिए निकाल लिए गये थे
तथ्य :इस प्रकार की कहानियों का इंटरनेट द्वारा कई बार दुष्प्रचार किया गया है। इस प्रकार की गतिविधियों के पक्ष में कोई भी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है । सुनने में यह कथा भला ही सत्य प्रतीत हो पर अंगदान के विषय में इसमें वास्तविकता का कोई भी आधार नहीं है।कई लोग इस प्रकार का भ्रातियों को सुनकर एक सिरे से ख़ारिज कर देते है पर कुछ लोग इस पर विश्वास कर,बिना कारण ड़र कर , अंगदान का विरोध करतें हैं।
भ्रांती #७मैनें सुना है कि एक व्यक्ति जो किसी रात्रि भोज में सम्मिलित हुआ था,अगली सुबह वह एक बर्फ़ के टब में पाया गया और उसके गुर्दे कालाबाज़ारी के ज़रिए बिक्री के लिए निकाल लिए गये थे
तथ्य :ऐसा सुना जाता है कि धनवान एवं मशहूर व्यक्तियों को अंग प्रत्यारोपण की प्रतिक्षा सूची में होने के बावजूद प्राथमिकता दी जाती है जबकि अन्य सामान्य लोगों को अंग प्राप्त करने के लिए काफ़ी लंबे समय तक प्रतिक्षा करनी पड़ती है ।
भ्रांती #७मैनें सुना है कि एक व्यक्ति जो किसी रात्रि भोज में सम्मिलित हुआ था,अगली सुबह वह एक बर्फ़ के टब में पाया गया और उसके गुर्दे कालाबाज़ारी के ज़रिए बिक्री के लिए निकाल लिए गये थे
तथ्य :अंगों का आवंटन कम्प्यूटीकृत पद्धति से मैच मेकींग से मिलान करने के उपरांत किया जाता है । जब आप अंग प्राप्तकर्ता की प्रतिक्षा सूची में है तब आपकी प्राथमिकता ब्लड ग्रुप,आयु ,पंजीकरण की अवधि व बिमारी की गंभीरता के आधार पर की जाती है । नाम,प्रसिद्धी ,संपन्नता ,सामाजिक स्तर अथवा अन्य किसी भी घटक से अावंटन की प्रक्रिया ़प्रभावित नहीं होती है। प्रसिद्ध व्यक्तियों के अंग प्रत्यारोपण की कहानी को मीडिया द्वारा दर्शाया जाता है परंतु उनको भी सामान्य व्यक्तियों की तरह प्रतिक्षा करनी पड़ती है। यहाँ हम भूल जातें हैं कि कईं प्रतिष्ठित एवं प्रसिद्ध व्यक्तियों की प्रत्यारोपण की प्रतिक्षा में मृत्यु हो गई।
भ्रांती #८मैं किसी अन्य मेडिकल बिमारी से ग्रस्त हूँ ।संभवत: मेरे अंग दान में नहीं लिए जा सकते
तथ्य : मृत्यु के समय,अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया में समन्वय स्थापित करने वाली टीम के सदस्यों द्वारा आपके पूर्व समस्त मेडिकल व सामाजिक रिकार्ड की समिक्षा कर व्यक्तिगत स्तर पर अंगदान की उपयुक्तता का मूल्याँकन किया जाता है।